प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ रामेश्वर उरांव, कार्यकारी अध्यक्ष राजेश ठाकुर आंदोलनरत आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका से मिलने राजभवन स्थित धरना स्थल पर पहुुंचे। आंगनबाड़ी सेविका/सहायिका का हाल जाना एवं आमरण अनशन पर बैठी महिलाओं के स्वास्थ्य की बिगड़ती स्थिति को देखकर अनुमंडल पदाधिकारी एवं सिविल सर्जन से बात कर अविलंब उनके स्वास्थ्य का उच्च स्तरीय परीक्षण कराने का अनुरोध किया।
प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष डाॅ0 रामेश्वर उरांव ने धरना स्थल पर बैठी आंगनबाड़ी सेविकाओं को संबोधित करते हुए कहा कि आपकी सेवा के बदौलत झारखंड के नौनिहाल, छोटे बच्चों का भविष्य टिका है और आपका ख्याल सरकार के द्वारा नहीं रखा जाना, राज्य के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने जैसा प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि पिछले 33 दिनों से हड़ताल पर बैठने के बावजूद सरकार के द्वारा सुधि नहीं लेना, सरकार के निकम्मेपन को दर्शाता है। झारखंड राज्य कुपोषण के मामले में अव्वल माना जाता है, ऐसे में सेविका/सहायिका की भूमिका महत्वपूर्ण है, उनकी तमाम मांगों को मानना सरकार का दायित्व है। सरकार इनकी बातों को गंभीरता से ले, इस आंदोलन में हम भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेंगे। साथ ही साथ हमारी सरकार आने पर दस दिनों के अंदर मध्यप्रदेश और छतीसगढ़ सरकार की तरह किये गये तमाम वायदों को पूरा करेगी।