विधानसभा चुनाव में महागठबंधन में सीतों का बंटवारा भले हो गया हो लेकिन कई सीटों पर जेएमएम और राजद के बीच पेंच अब भी फंस रहा है. दोनों दल के कार्यकर्त्ता अपनी-अपनी बैटन से नेतृत्व को अवगत करा रहे हैं . देवघर में महागठबंधन के तहत राजद को यह सीट ध गई है लकिन देवघर में झामुमो के कार्यकर्ता पार्टी नेतृत्व पर दबाव बना रहे हैं.झामुमो कार्यकर्ताओं का मानना है कि देवघर में राजद का संगठन कमजोर है.राजद का पूरा विंग कुछ ही दिन पहले झामुमो में शामिल हो गया था.वहां पर राजद के कार्यकर्त्ता नहीं हैं. झामुमो के प्रत्याशी आसानी से यह सीट निकाल लेंगे,जबकि राजद के प्रत्याशी को बहुत ही मुस्किल होगी.
वहीँ आरजेडी ने झारखंड विधानसभा चुनाव के पहले चरण की वोटिंग के लिए अपने तीन प्रत्याशियों के नाम तय किए हैं. माना जा रहा है कि आरजेडी ने छतरपुर, हुसैनाबाद, चतरा सीट के लिए अपने उम्मीदवार के नाम तय कर चुकी है. वहीं, पार्टी ने पांचवे चरण के लिए देवघर सीट पर भी उम्मीदवार के नाम लगभग फाइनल कर लिया है. हालांकि, इन सभी सीटों पर अभी उम्मीदवारों के नाम की आधिकारिक घोषणा होना बाकी है.
आपको बता दें कि झारखंड में आरजेडी मागठबंधन में चुनाव लड़ रही है. इस महागठबंधन में कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (खटट) और आरजेडी प्रमुख रूप से शामिल हैं. महागठबंधन (टंँंँ३ँुंल्लँिंल्ल) में सीटों के लिहाज से आरजेडी को 7 सीट मिली हैं. इसमें छतरपुर, हुसैनाबाद, चतरा, देवघर, गोड्डा, कोडरमा और बरकट्टा की सीट शामिल है.
वहीं, महागठबंधन में कांग्रेस को 31 और झारखंड मुक्ति मोर्चा (खटट) को 43 सीट दी गई है. आपको बता दें कि शुक्रवार को रांची में महागठबंधन की सीट शेयरिंग का औपचारिक ऐलान किया गया था. इस दौरान जेएमएम के कार्यकारी अध्यक्ष हेमंत सोरेन और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय गृह राज्य मंत्री आरपीएन सिंह मौजूद रहे. आरपीएन सिंह ने कहा कि महागठबंधन हेमंत सोरेन के नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा और वहीं, मुख्यमंत्री का चेहरा होंगे.