देश में महिलाओं को माॅं, बहन एवं पत्नी के रूप में देखा जाता है और देवी, दुर्गा, सरस्वती आदि देवताओं की पूजा करने से पीछे नहीं हटते। वहीं दूसरी ओर समाज में फैली कुरीतियों का शिकार सिर्फ और सिर्फ महिलाओं हीं होती आ रही है और अपराधी बेखौफ होकर घूम रहे हैं या सरकार की पनाह में सुरक्षित हैं। उक्त बातें झारखण्ड प्रदेश महिला कांग्रेस कमिटी की पूर्व अध्यक्ष व प्रदेश कांग्रेस कमिटी की प्रवक्ता आभा सिन्हा ने कही है।
श्रीमती सिन्हा ने कहा कि एक ओर जहां हैदराबाद की पुलिस द्वारा बलात्कारियों का इनकाउंटर किया गयी, वहीं दूसरी ओर झारखण्ड में बलात्कारी भाजपा सरकार के शासनकाल में सुरक्षित हैं। केन्द्र एवं राज्य की भाजपा सरकार का रवैया महिलाओं के प्रति उदासीन रहा है। पूरे देश में महिलाऐं सहमी एवं डरी हुए है तथा भाजपा सरकार के प्रति उनमें आक्रोश का माहौल व्याप्त हो चुका है।
उन्होंने कहा कि देश में एक समान कानून अपनाया जाना चाहिए। उन्नाव में पीड़िता द्वारा बयान देने के बावजूद अपराधी खुलेआम घूम रहे हैं और पीड़िता काल के गाल में समा गयी, जिसके परिणाम स्वरूप छोटी बच्ची के साथ बलात्कार की घटना की पुनरावृति हुई। इस तरह लगातार तीन बलात्कार की घटनाऐं हुई। उन्नाव में बलात्कारी भाजपा विधायक चिन्मयानंद को अभी तक गिरफ्तार भी नहीं किया गया है। वहीं दूसरी ओर भाजपा के विधायक नित्यानंद देश छोड़कर भाग गया है, जो पुलिस की पकड़ से कोसो दूर जा चुका है। आखिर भाजपा सरकार द्वारा ऐसी दोहरी नीति क्यों अपनायी जा रही है। केन्द्र की मोदी सरकार देश एवं राज्य में महिलाओं को संरक्षण देने में नाकाम हो चुकी है, जिसके कारण अपराधी घटना को अंजाम देने से नहीं हिचकिचाते।
उन्होंने कहा कि राज्य की रघुवर सरकार के शासनकाल में राज्य में महिला अपराधों की संख्या में कई गुना वृद्धि हुई है, जिसे रोक पाने में सरकार नाकाम हो चुकी है। राज्य में अपराधी महिलाओं के साथ बलात्कार कर उसकी हत्या करने से पीछे नहीं हटते और भाजपा सरकार उन्हें गिरफ्तार कर अपने दामाद की तरह संरक्षण देने का काम कर रही है और आव-भगत में लगी हुई हैं।
उन्होंने कहा कि निर्भया कांड के अपराधी आज तक प्रशासन की पकड़ से दूर हैं वहीं राज्य की राजधानी के डोरण्डा, बूटी मोड़, कांके तथा जमशेदपूर की घटना के अपराधियों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। राज्य में प्रतिदिन बलात्कार की घटनाऐं घटित हो रही है। देश एवं राज्य की भाजपा सरकार से जनता जानना चाहती है कि आखिर इन घटनाओं में हैदराबाद जैसी कार्रवाई क्यों नहीं की गयी।
श्रीमती सिन्हा ने मांग की है कि एक देश एक कानून की नीति को अपनाते हुए हैदराबाद प्रशासन की तरह राज्य में भी अपराधियों को सजा दी जाय ताकि भविष्य में महिलाओं के साथ बलात्कार एवं हत्या की घटना बन्द हो और अपराधियों में डर का माहौल पैदा हो।
श्रीमती सिन्हा ने हाईकोर्ट एवं सिविल के अधिवक्ताओं से अनुरोध किया है कि बलात्कारी ऐसी वैसी दरिन्दों का कोई केस नहीं लड़े, ताकि पीड़िताओं एवं हमारी बच्चियों को न्याय मिल सके।