झारखंड में लोकतंत्र का मह्पर्व का आगमन हो चूका है. अब जनता को अपने प्रतिनिधियों को चुनने का मौका मिलेगा.30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों के तहत मतदान होंगे, जबकि 23 दिसंबर को चुनाव के नतीजे आएंगे।
एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स की रिपोर्ट में झारखंड विधानसभा के 62 फीसदी विधायकों के खिलाफ क्रिमिनल केस दर्ज हैं। ये आकंड़ा विधायकों द्वारा दिए गए शपथ पत्र के जरिए सामने आया है। एडीआर ने 81 में से 79 वर्तमान विधायकों के शपथ पत्र की जांच की। दो विधायकों के कागजात पूरे नहीं पाए गए हैं।
झारखंड विधानसभा के वर्तमान 81 विधायकों के शपथ पत्र की जांच में सामने आया कि 49 विधायकों ने अपने शपथपत्र में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया है। जबकि, 38 विधायक यानी 48 फीसदी विधायकों ने अपने खिलाफ सीरियस क्रिमिनल केस दर्ज होने की बात कही है।
तीन विधायकों के खिलाफ हत्या के मामले
रिपोर्ट के मुताबिक, तीन विधायकों ने अपने खिलाफ हत्या जबकि 10 विधायकों ने हत्या के प्रयास के मामलों का ब्योरा दिया है। भाजपा के 36 विधायकों में से 21, झारखंड मुक्ति मोर्चा के 18 विधायकों में से 11, कांग्रेस के आठ में से 5 विधायकों और झाविमो के आठ में से पांच विधायकों ने अपने शपथ पत्र में आपराधिक मामलों का ब्योरा दिया है।
गंभीर आपराधिक मामलों में भाजपा के 36 में से 15 विधायकों, झामुमो के 18 में से 10 विधायकों, कांग्रेस के आठ में से दो विधायकों और झाविमो के आठ में से पांच विधायकों के नाम शामिल हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, 79 वर्तमान विधायकों में 41 यानी 52 फीसदी विधायक करोड़पति हैं। इनमें भाजपा के 36 में से 21 (58 फीसदी), झामुमो के 18 में से नौ (50 फीसदी), कांग्रेस के आठ में से पांच (63 फीसदी) और झाविमो के आठ में से तीन विधायकों (38 फीसदी) ने अपने शपथपत्र में एक करोड़ से अधिक संपत्ति का ब्योरा दिया है। 79 वर्तमान विधायकों की संपत्ति का औसत 1.84 करोड़ रुपए है। 79 वर्तमान विधायकों की संपत्ति का औसत 1.84 करोड़ रुपए है।