प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ. रामेश्वर उराॅंव ने राजभवन के समक्ष अपनी मांगों के समर्थन में बैठे शिक्षकों की मांगों को जायज ठहराते हुए कहा कि शिक्षक, कर्मचारी, पारा शिक्षक, आंगनबाड़ी जैसे कई कर्मचारी अगर संतुष्ट नहीं है, तो सरकार के लिए बेहद शर्मनाक और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि शिक्षकों की मांगों के साथ पूरी सहानुभूति है और कांग्रेस पार्टी सत्ता में आयेगी तो शिक्षकों की सभी मांगे पूरी की जायेंगी। राजभवन पर धरना दे रहे दिव्यांग बच्चों के अभिभावक से भी प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने स्पष्ट कहा कि दिव्यांग बच्चे हमारी आत्मा है और दिलों की धड़कन है। उनकी समस्याओं को पार्टी अपने घोषणा पत्र में शामिल करेगी और उनकी समस्याओं को लेकर आन्दोलन भी करेगी। साथ ही साथ उनकी मांगों और समस्याओं को पार्टी अपने घोषणा पत्र में भी शामिल करेगी। अनशन स्थल पर शिक्षकों की समस्याओं को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष डाॅ0 उराॅंव चर्चा कर रहे थे। उसी समय दो महिला शिक्षक मारवाड़ी काॅलेज की प्रोफेसर लता कुमारी तथा एसपी काॅलेज दुमका की शिक्षका दिव्य पूजा कुमारी बेहोश हो गई, जिसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष की गाड़ी में उठाकर डाॅ0 राकेश किरण महतो ले गये और सदर अस्पताल में ईलाज कराया एवं भत्र्ती करवाया।
आमरण अनशन पर बैठे झारखण्ड सहायक प्राध्यापक (अनुबंध) संघ के अध्यक्ष संजय कुमार झा ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को बताया कि हमसभी संविदा सहायक प्राध्यापकों से स्थायी शिक्षकों के समान ही काम लिया जाता है, परन्तु मानदेय घंटी आधारित है। स्थायी शिक्षकों के समान प्रश्न पत्र सेटिंग, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन, परीक्षा का वीक्षण, प्रायोगिक परीक्षाओं में वीक्षण विशेषज्ञ, महाविद्यालयों के विभिनन कार्यक्रमों की जिम्मेवारी, महाविद्यालय में पांच घंटे रूकना, सीबीसीएस पाठ्यक्रम के आंतरिक परीक्षक लेना तथा उसकी उत्तरपुस्तिकाओं का मूल्यांकन एवं आवेदन प्रपत्रों का सत्यापन जैसे तमाम कार्य कराये जाते हैं, परन्तु मानदेय भुगतान में भारी असमानता है। शिक्षक संघ ने बताया कि पांच-सात हजार रूपये में सालों भर सरकार सभी कार्य करवाती है।
डाॅ0 उराॅंव के साथ प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष केशव महतो कमलेश, राजेश ठाकुर, प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव, डाॅ0 राकेश किरण महतो, सह-कार्यालय प्रभारी डाॅ0 विनोद सिंह, डाॅ0 एम0 तौसीफ शामिल थे।